Description
इस पुस्तक के लेखक पास्टर जेम्स टेलर, एक बाइबल शिक्षक और 26 वषों से अधिक समय से अमरीका में पास्टर है, वे आज कलीसियाओं पर आ चुके इन आधुनिक दिनों के धोखें के विरुद्ध निडर होकर चेतावनी देनेवाले प्रमुख और समयोचित आवाजों में से एक हैंI. यह पुस्तक आधुनिक पेंटिकोस्टल करिश्माई आन्दोलन की त्रुटियों पर क्रमबद्ध चर्चा करती है और निष्कर्ष के निकट 25 सरल प्रश्नों को उठाती है, यह दर्शाने के लिये कि यह आन्दोलन अपनी गलत शिक्षाओं के द्वारा आपको परमेश्वर के अंतिम रूप में प्रदत्त और प्रकाशीत (प्रकट) वचन से कितने दूर ले जाता है. इस पुस्तक में इस आन्दोलन की प्रत्येक बड़ी गलती का परिक्षण मनुष्य के पास उपलब्ध एकमात्र और परममानक परमेश्वर के वचन अर्थात पवित्र-बाइबल के द्वारा किया गया है.
यह पुस्तक आपको स्मरण दिलाती है – “प्रियों, प्रत्येक आत्मा की प्रतीति न करो,
परन्तु आत्माओं को परखो कि वे परमेश्वर की ओर से है या नहीं, क्योंकि संसार में
अनेक झूठे नबी निकल पड़े है. (1 यूहन्ना 4:1) किसी भी आयु, अनुभव और
कलीसिया से संबधित ईमानदार और बाइबल का अध्ययन करने वाले व्यक्ति (छात्र) को
यह पुस्तक अवश्य पढनी चाहिएI. प्रत्येक बाइबल कॉलेज और सेमेनरी में इसके
पठन-पाठन की नितांत अवश्यकता है.
जीवन क्राफोर्ड – लेखक – Counterfeit Bibles और NDTC के संस्थापक
कुरिन्थियों की ओर वापसी’ ने एक बार फिर ‘केवल पवित्र शास्त्र’ (sola
scriptura) को ऊँचा उठाया है, और बड़ी निडरता से बायबल से असम्मत
विघटनवादी करिश्माई विचारधारा और उनके अभक्तिमय आचरण का खंडन कर उनका
सामना किया है. मै सहर्ष अनुशंसा करता हु कि पास्टर, सेमेनरी छात्र और
कलीसियाएं, झूठे धर्म और धर्म शिक्षाओं के विरुद्ध बचाव में इस पुस्तक का
उपयोग करें.
मंगेश रायारम – उपाध्यक्ष और शिक्षक, स्कुल ऑफ़ मिशन्स, तथा पास्टर – जीजस सेव्स बाइबल चर्च, पुणे
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