Description
एक आदर्श कलीसिया क्या है, और आप उसके विषय में कैसे बता सकते है
वह अन्य कलीसियाओं से किस प्रकार भिन्न है। उससे भी अधिक महत्वपूर्ण यह कि वह कैसे भिन्न रूप में कार्य करती है, विशेषकर समजा में? हम में से बहुत से पक्की तौर पर नहीं जानते कि इन प्रश्नों के क्या उत्तर दे, भले ही हमारे कुछ पहले से स्थापित या स्वीकृत विचार हो। परनतु इस पुस्तक के बाद आपको अधिक सोचने की आवश्यकता नहीं हैं।
लेखक मार्क डेवर विश्वासियों की सहायता करना चाहते हैं कि वे एक स्वस्थ कलीसिया के प्रमुख लक्षणों को पहिचाने। यह प्रमुख लक्षण हैं – व्याख्यात्मक प्रचार, बाइबल-सम्मत धर्मविज्ञान, और सुसमाचार की सही समझ। उसके बाद डेवर इन लक्षणों को हमारी कलीसियाओं में विकसित करने के लिये कहते है। नये नियम के लेखकों को उदाहरण का अनुसरन करते हुए और कलीसिया के सदस्यों, पास्टरों से लेकर दर्शकदीर्धा में बैठने वालो तक, सभी विश्वासियों को डेवर चुनौती देते हैं कि वे स्थानीय कलीसिया को बनाने और रखने में अपना- अपना काम करे। ‘एक स्वस्थ कलीसिया क्या है ?’ यह किताब सार्वकालिक सत्यों और व्यावहारिक सिद्धांतों के द्वारा हम में से प्रत्येक की सहायता करती है कि हम मसीह की देह में हमारी परमेश्वर द्वारा प्रदत्त भूमिकाओं को पूरा करे।
Reviews
There are no reviews yet.